Chand Par Kon Kon Gaya Hai– नमस्ते दोस्तों आपने बचपन में चांद के बारे में कई कहानियां और बाते सुनी होंगी हो सकता है आपके मन में यह खयाल भी आया हो की चांद इतना सुंदर क्यूं है या Chand Par Kon Kon Gaya Hai, चांद पर कोन कोन गया है तो आज के पोस्ट में हम जानने वाले हैं चांद पर कोन कोन गया है।
नासा के द्वारा अपोलो मिशन चलाया गया जिसकी बदौलत मानव जाति ने आज से लगभग 50 साल पहले 1969 पर चांद पर पहला कदम रखा यह पहला कदम किसके द्वारा रखा गया या चांद पर कौन कौन गया है इसके बारे में हम आगे बात करने वाले हैं चांद पर कौन कौन गया है जानने के लिए आपको पोस्ट को धैर्य से पढ़ना होगा।
आज तक 24 लोग चांद पर गए है, आपको यह जानकर हैरानी होगी कि उनमें से केवल 12 लोगों ने चांद पर कदम रखा है। जोकि नासा के अपोलो 11 मिशन 21 जुलाई 1969 में चांद की सतह पर पहला कदम नील आर्मस्ट्रांग के द्वारा रखा गया था उनके साथ उनके साथी बज्ज एल्ड्रिन भी चांद पर गए थे जिन्होंने चांद की सतह पर अमेरिका का झंडा लगाने में नील आर्मस्ट्रांग की मदद की थी।
इनके बाद और पहले भी कई लोगों ने चांद पर जाने की कोशिश की है कुछ चांद पर कदम रखा है और कुछ ने चांद पर कदम नहीं रखा है तो हम सबसे पहले चांद पर कौन कौन गया था यानी चांद पर कदम रखने वाले 12 लोगों की सूची के बारे में बात करने वाले हैं तो आप वह सूची देख सकते हैं उनकी फोटो समेत दी गई है।
Chand Par Kon Kon Gaya Hai | चांद पर कौन कौन गया है
जैसे कि मैं आपको पहले ही बता चुका हूं चांद पर कौन-कौन गया है तो अभी तक चांद पर केवल 12 लोग ही जा पाए हैं जिन्होंने चांद को अनुभव किया है चांद पर कदम रखा है तो हम उनके चित्र समेत उनके जीवन के कुछ जरूरी बातें जैसे कि उनका जन्म कब हुआ था तथा मृत्यु कब हुई थी और उनके क्वालीफिकेशंस के बारे में जानने वाले हैं।
मैंने इनके बारे में सूची दी हुई है और विस्तार से बताया हुआ है ताकि आप इनके बारे में अच्छे तरीके से जान सके और आपको समझ में आ जाए चांद पर कौन-कौन गया है और उनके बारे में कुछ जरूरी बातें।
S.No | नाम | साल | मिशन |
1 | Neil Armstrong (नील आर्मस्ट्रांग) | July 1969 | Apollo 11 |
2 | Buzz Aldrin (बज्ज एल्ड्रिन) | July 1969 | Apollo 11 |
3 | Charles Conrad (चार्ल्स कौनराड) | November 1969 | Apollo 12 |
4 | Alan bean (एलन बीन) | November 1969 | Apollo 12 |
5 | Alan sheperd (एलन शेपर्ड) | Feb 1971 | Apollo 14 |
6 | Edgar mitchell (एडगर मिटचेल) | Feb 1971 | Apollo 14 |
7 | David Scott (डेविड स्कॉट) | Aug 1971 | Apollo 15 |
8 | James irwin (जेम्स इरविन) | Aug 1971 | Apollo 15 |
9 | John young (जॉन यंग) | April 1972 | Apollo 16 |
10 | Charles duke (चार्ल्स डुके) | April 1972 | Apollo 16 |
11 | Harrison Schmitt (हैरिसन स्चमित्त) | Dec 1972 | Apollo 17 |
12 | Eugene Cernan (यूगेने सरनं) | Dec 1972 | Apollo 17 |
Chand Par Kon Kon Gaya Hai | पूर्ण जानकारी
तो दोस्तों जैसे कि मैंने आपको पहले ही कहा था कि आगे हम बात करने वाले हैं कि चांद पर कौन-कौन गया है और उनके बारे में पूर्ण रूप से जानने वाले हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चांद पर अब तक केवल 12 लोगों ने ही कदम रखा है जिनमें सबसे पहले थे नील आर्मस्ट्रांग जोकि नासा के द्वारा अपोलो 11 मिशन में चांद पर गए थे अपने साथी बज्ज एल्ड्रिन के साथ।
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यह मानव इतिहास में पहली बार था कि कोई व्यक्ति चांद पर गया हो, अपोलो मिशन 11 के सफल होने के बाद दुनिया भर में चांद में जाने को लेकर क्रांति आ गई इसके बाद नासा ने कई अपोलो मिशन और किए जिस में और भी कई लोगों को चांद पर भेजा गया अलग-अलग प्रयोगों के लिए तो आइए जानते हैं chand par kon kon gaya hai, चांद पर कोन कोन गया है उनकी उपलब्धियों के साथ।
Neil Armstrong (नील आर्मस्ट्रांग)
- नील आर्मस्ट्रांग चांद पर जाकर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति थे इनके साथ बज्ज एल्ड्रिन भी गए थे लेकिन चांद पर पहला कदम रखने वाली व्यक्ति नील आर्मस्ट्रांग ही थे।
- नील आर्मस्ट्रांग का जन्म 5 अगस्त 1930 में अमेरिका के एक शहर wapakoneta में हुआ था।
- नील आर्मस्ट्रांग के पिता का नाम स्टीफिन आर्मस्ट्रांग और माता का नाम वायला लुई एंजेल था इनका एक भाई और एक बहन भी थी नील आर्मस्ट्रांग अपने परिवार में सबसे छोटे थे।
- वर्ष 1947 में 17 साल की उम्र में उन्होंने एस्ट्रोनॉटिकल इंजीनियरिंग कि पढ़ाई शुरू की।
- नील आर्मस्ट्रांग को 26 जनवरी 1949 नौसेना से बुलावा आया और उन्होंने वहां पर 18 महीने की ट्रेनिंग 20 वर्ष की आयु में पायलट बन गए।
- इसके बाद नील आर्मस्ट्रांग को अपोलो 11 का कमांडर बना दिया गया जो कि चांद पर जाने वाला था।
- नील आर्मस्ट्रांग को 29 अगस्त 1952 में युद्ध में जाने का अवसर मिला जिस युद्ध के दौरान उन्होंने 78 उड़ानें भरी और 121 घंटे हवा में गुजारे।
- नील आर्मस्ट्रांग के द्वारा किए गए मशीनों के लिए उन्हें कई मॉडलों से सम्मानित भी किया गया।
- 25 अगस्त 2012 को 82 वर्ष की आयु में नील आर्मस्ट्रांग का देहांत हो गया।
Buzz Aldrin (बज्ज एल्ड्रिन)
- बज्ज एल्ड्रिन नील आर्मस्ट्रांग के साथ ही चांद पर गए थे मगर उन्होंने चांद पर दूसरा कदम रखा और चांद पर कदम रखने वाली दूसरे व्यक्ति बने।
- बज्ज एल्ड्रिन का जन्म 20 जनवरी 1930 में अमेरिका के glen ridge के शहर में हुआ था यह भी अमेरिकी नागरिक ही थे।
- बज्ज एल्ड्रिन अपोलो 11 मिशन में नील आर्मस्ट्रांग के साथ गए थे इनका काम पायलट का था।
- यह नासा में मैकेनिकल इंजीनियर थे।
- बस एड्रेस सबसे ज्यादा उम्र में नॉर्थ पोल जाने वाले पहले व्यक्ति हैं 2016 में इन्होंने नॉर्थ पोल की यात्रा को पूरा किया था।
- बज्ज एल्ड्रिन एयर फोर्स पायलट बने इन्होंने अपनी ग्रेजुएशन यूएसए मिलिट्री एकेडमी बेस्ट प्वाइंट नियर मे इन 1951 में पूरी की।
- इन्होने अपने कामों में कई अवॉर्ड भी मिले जैसे कि लीजन ऑफ मेरिट, कोलिया ट्रॉफी इत्यादि।
- बज्ज एल्ड्रिन 1971 में नशा छोड़ने के बाद यूएस एयर फोर्स के टेस्ट पायलट स्कूल के कमांडेंट बने।
Charles Conrad (चार्ल्स कौनराड)
- चार्ल्स कोनार्ड चांद पर कदम रखने वाले तीसरे व्यक्ति थे यह अपोलो मिशन 12 में नासा के द्वारा चांद पर भेजे गए थे और चांद पर कदम रखने वाले तीसरे व्यक्ति बने।
- चार्ल्स कोनार्ड का जन्म 2 जून 1930 में फिलाडेल्फिया, पेंसिलवेनिया अमेरिका में हुआ था।
- चार्ल्स कोनार्ड को अपोलो 12 मिशन में नासा द्वारा चांद पर जाने के लिए चुना गया था एलन बीन के साथ जिनके बारे में हम आगे बात करने वाले हैं।
- चार्ल्स कोनार्ड ने एस्ट्रोलॉजिकल इंजीनियर के रूप में नासा में कार्य किया और 1971 में रिटायर होने के बाद दूसरे कार्यों में चले गए।
- चार्ल्स कोनार्ड की मृत्यु 69 वर्ष की आयु में एक मोटरसाइकिल हादसे के दौरान हो गई।
Alan bean (एलन बीन)
- एलन बीन चांद में कदम रखने वाले चौथे व्यक्ति थे इन्होंने नवंबर 1969 चार्ल्स कोनार्ड के साथ अपोलो 12 मिशन में जाकर चांद पर कदम रखा।
- एलन बीन एक अमेरिकन नेवल ऑफिसर, एयरोनॉटिकल इंजीनियर, एविएटर, टेस्ट पायलट, नासा एस्ट्रोनॉट और एक चित्रकार भी थे।
- एलन बीन को नासा द्वारा 1963 में एस्ट्रोनॉट ग्रुप 3 के एस्ट्रोनॉट के रूप में नियुक्त किया गया था।
- एलन बीन का जन्म 15 मार्च 1932 में व्हीलर काउंटी नॉर्थ ईस्ट टैक्सास पनहंडले मैं हुआ था।
- एलन बीन अपनी ग्रेजुएशन फोर्ट वर्थ के R.L पेस्टल हाई स्कूल टेक्सास में 1949 को पूरी की।
- इन्होंने अपनी एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री ऑस्टिन के टेक्सास में 1955 को हासिल की।
Alan sheperd (एलन शेपर्ड)
- एलन शेफर्ड चांद पर कदम रखने वाले पांचवे व्यक्ति बने जिन्हें नासा द्वारा फरवरी 1971 में अपोलो 14 मिशन के तहत भेजा गया था।
- एलन शेफर्ड का जन्म 18 नवंबर 1923 डेरी, न्यू हैम्पशायर अमेरिका में हुआ था।
- एलन शेफर्ड नवल एविएटर, टेस्ट पायलट और एस्ट्रोनॉट रह चुके हैं।
- इनके कार्यकाल में कई तरह के अवार्ड मिले जैसे कि नेवी सर्विस डिस्टिंग्विश्ड मेडल, नासा डिस्टिंग्विश्ड सर्विस मेडल और डिस्टिंग्विश्ड फ्लाइंग क्रॉस कांग्रेसनल स्पेस मेडल ऑफ ऑनर।
- एलन शेफर्ड ने अंतरिक्ष में कुल (9d 00h 57m) 9 दिन और 57 मिनट बताए थे।
- एलन शेफर्ड की मृत्यु 21 जुलाई 1998 पर 74 साल की उम्र में हुई थी।
Edgar mitchell (एडगर मिटचेल)
- Edgar mitchell (एडगर मिटचेल) चांद पर कदम रखने वाले छटे इंसान थे जो नासा के द्वारा फरवरी 1971 में अपोलो मिशन 14 के तहत चांद पर गए थे ये एलान शेफर्ड के साथ गए थे।
- Edgar mitchell (एडगर मिटचेल) का जन्म सितंबर 17 1930 हेरफार्ड टैक्सास अमेरिका में हुआ था और ये अमेरिका के नागरिक थे।
- Edgar mitchell नवल एविएटर, टेस्ट पायलट, इंजीनियर और एस्ट्रोनॉट रह चुके हैं।
- इन्हें इनके कार्यकाल में कई अवार्ड मिले जैसे कि प्रेसिडेंट मेडल ऑफ फ्रीडम और नासा डिस्टिंग्विश्ड सर्विस मेडल।
- Edgar mitchell की मृत्यु 4 फरवरी 2016 को 85 साल की उम्र में वेस्ट palm beach, फ्लोरिडा अमेरिका में हुई थी।
- Edgar mitchell (एडगर मिटचेल) ने नासा से रिटायर होने के बाद एडगर मिटचेल ने मानसिक घटनाओं पर रिसर्च कर रहे इंस्टिट्यूट को ज्वाइन कर लिया।
- Edgar mitchell (एडगर मिटचेल) ने लगभग 1972 तक नासा में कार्य करते रहे।
David Scott (डेविड स्कॉट)
- डेविड स्कॉट का पूरा नाम डेविड रंडोल्फ स्कॉट था जो कि चांद पर जाने वाले सातवें इंसान बने इन्होंने सातवें नंबर पर चांद पर कदम रखा अगस्त 1971 में यह नासा के अपोलो मिशन 15 के तहत चांद पर गए थे इनके साथ इनके साथ ही जेम्स इरविन भी गए थे जिनके बारे में हम आगे जाने वाले हैं।
- डेविड स्कॉट का जन्म 6 जून 1932 सन एंटोनियो टैक्सास संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में हुआ था।
- डेविड स्कॉट ने अपनी ग्रेजुएशन US मिलिट्री एकेडमी वेस्टप्वाइंट में 1954 में पूरी की इसके बाद उन्होंने यूएस एयर फोर्स मेरी फ्लाइट की ट्रेनिंग शुरू कर दी।
- डेविड रंडोल्फ स्कॉट फाइटर पायलट, टेस्ट पायलट और एस्ट्रोनॉट रह चुके हैं।
- इन्हें इनके कार्यकाल में काफी अवार्ड से सम्मानित किया गया जैसे डिस्टिंग्विश्ड फ्लाइंग क्रॉस नासा डिस्टिंग्विश्ड सर्विस मेडल।
- उन्होंने काफी ज्यादा दिन अंतरिक्ष में बिताए थे उन्होंने लगभग 22 दिन 18 घंटे 54 मिनट अंतरिक्ष में बिताए थे।
- डेविड स्कॉट ने और भी कई मिशनों में अपना योगदान दिया था जैसे जेमिनी 8, अपोलो 9 और अपोलो 15।
- डेविड स्कॉट 30 सितंबर 1977 मैं रिटायर हो गए।
- डेविड स्कॉट के पिता का नाम टॉम विलियम स्कॉट था जोकि एक फाइटर पायलट थे यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी एयर कॉर्प्स में पर इनकी माता का नाम मरियम एस्कॉर्ट था।
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James irwin (जेम्स इरविन)
- जेम्स इरविन का पूरा नाम जेम्स बेनसन इरविन था इनका जन्म 17 मार्च 1930 में हुआ था जेम्स इरविन चांद पर जाने वाले आठवें इंसान थे जो डेविड स्कॉट के साथ गए थे अगस्त 1971 अपोलो मिशन 15 नासा के द्वारा।
- जेम्स इरविन फाइटर पायलट, टेस्ट पायलट और एस नोट के रूप में काम किया।
- जेम्स इरविन ने कुल 12 दिन 7 घंटे 12 मिनट अंतरिक्ष में बताएं।
- जेम्स अर्जुन की मृत्यु 8 अगस्त 1991 में 61 साल की उम्र पर ग्लेमवुड स्प्रिंग्स, कोलोराडो, संयुक्त राष्ट्र में हुई थी।
- जेम्स इरविन ने अपनी ग्रेजुएशन ईस्ट हाई स्कूल, साल्ट लेक सिटी, उटाह में पूरी की थी।
- जेम्स इरविन ने अपनी नवल साइंस की बैचलर ऑफ साइंस डिग्री संयुक्त राष्ट्र नवल अकैडमी में 1991 पर पूरी की थी।
- मैंने अपने कार्यकाल में कई मेडल मिले जैसे रिसिपिएंट ऑफ नासा डिस्टिंग्विश्ड सर्विस मेडल, द एयर फोर्स डिस्टिंग्विश्ड सर्विस मेडल और कमांड पायलट एस्ट्रोनॉट विंग्स
- जेम्स इरविन के पिता का नाम जेम्स विलियम इरविन और माता का नाम एल्सा मथिल्डा इरविन था
John young (जॉन यंग)
- जॉन यंग चांद पर कदम रखने वाले नौवें व्यक्ति थे इनके साथ इनके साथ ही चार्ल्स ड्यूक भी गए थे अप्रैल 1972 अपोलो मिशन 16 में नासा के द्वारा जॉन यंग को चांद पर भेजा गया था।
- जॉन यंग का पूरा नाम जानवर सिंह था इनका जन्म 24 सितंबर 1930 सैन फ्रांसिस्को, कैलीफोर्निया, संयुक्त राष्ट्र में हुआ था।
- इन्होंने नवल एविएटर और टेस्ट पायलट के रूप में काम किया।
- जॉन यंग के कार्यकाल में काफी अवार्ड से सम्मानित किया गया जैसे डिस्टिंग्विश्ड वेस्ट फ्लाइंग क्रॉस कांग्रेसनल स्पेस मेडल ऑफ ऑनर और नासा डिस्टिंग्विश्ड सर्विस मेडल।
- उन्होंने अंतरिक्ष में काफी लंबा समय बिताया जो कि लगभग 34 दिन 19 घंटे 39 मिनट था।
- जॉन व्हाट्स यंग की मृत्यु 5 जनवरी 2018 87 साल की उम्र में हॉस्टन, टेक्सास, संयुक्त राष्ट्र में हुई थी।
- इन्होंने अपनी ग्रेजुएशन ऑरलैंडो हाई स्कूल, ऑरलैंडो, फ्लोरिडा में पूरी की।
- इन्होंने नॉटिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री भी हासिल की।
Charles duke (चार्ल्स डुके)
- चार्ल्स ड्यूक का पूरा नाम चार्ल्स मोस्ट ड्यूक Jr. था इनका जन्म 3 अक्टूबर 1935 में चार्लोट, नॉर्थ कैरोलिना संयुक्त राष्ट्र में हुआ था। यह चांद पर कदम रखने वाले दसवे इंसान बने जो कि अप्रैल 1972 में नासा के द्वारा अपोलो मिशन 16 के तहत चांद पर भेजे गए थे।
- इन्होंने फाइटर पायलट, टेस्ट पायलट और एस्ट्रोनॉट के रूप में कार्य किया।
- इन्हे इनके कार्यकाल में कई अवॉर्ड भी मिले जैसे एयरफोर्स रेट डिस्टिंग्विश्ड सर्विस मेडल लीजन ऑफ मेरिट और नासा डिस्टिंग्विश्ड सर्विस मेडल।
- उन्होंने अंतरिक्ष में कुल 11 घंटे में एक घंटा 51 मिनट बताएं।
- चार्ल्स ड्यूक ने अपनी स्कूलिंग लंसकार्टर आर हाई स्कूल, लंसकार्टर, साउथ कैरोलिना मैं पूरी की।
- और अपनी ग्रेजुएशन एडमिरल फर्रगुट अकैडमी, एस टी पीटर्सबर्ग, फ्लोरिडा में पूरी की।
Harrison Schmitt (हैरिसन स्चमित्त)
- हैरिसन शिमित्त का पूरा नाम हैरिसन कंगन शिमित्त है इनका जन्म 3 जुलाई 1935 मैं संता रिता, न्यू मैक्सिको, संयुक्त राष्ट्र में हुआ था। यह अंतरिक्ष में कदम रखने वाले 11 व्यक्ति थे जो कि दिसंबर 1972 में अपोलो मिशन 17 के तहत नासा के द्वारा चांद पर भेजे गए थे।
- इन्हें इनके कार्यकाल में काफी अवॉर्ड भी मिले जैसे नासा डिस्टिगिश्ड सर्विस मेडल।
- हैरिसन शिमित्त ने कुल 12 दिन 13 घंटे 52 मिनट अंतरिक्ष में बिताए।
- इन्होंने अपनी ग्रेजुएशन वेस्टर्न हाई स्कूल, सिल्वर सिटी, न्यू मैक्सिको में पूरी की।
- इसके बाद बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री साइंस में कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी।
Eugene Cernan (यूगेने सरनं)
- Eugene Cernan का जन्म 14 मार्च 1934 में शिकागो लिनॉइस संयुक्त राष्ट्र में हुआ था। यह चांद में जाने वाले बारहवे व्यक्ति बने जो कि दिसंबर 1972 में अपोलो मिशन 17 के तहत नासा के द्वारा चांद में भेजे गए थे।
- इन्होंने नवल एविएटर, फाइटर पायलट और एस्ट्रोनॉट के रूप में काम किया।
- Eugene Cernan के कार्यकाल में काफी अवार्ड से सम्मानित भी किया गया जिनमें से कुछ है एस्ट्रोनॉट बैच, डिस्टिक वेस्ट फ्लाइंग क्रॉस और नासा डिस्टिंग्विश्ड सर्विस मेडल।
- उन्होंने अंतरिक्ष में कुल 23 दिन 14 घंटे 15 मिनट बताएं जो कि एक लंबा समय है।
- Eugene Cernan की मृत्यु 16 जनवरी 2017 82 साल की उम्र में हॉस्टन, टेक्सास, संयुक्त राष्ट्र में हुई थी।
- इन्होंने अपनी ग्रेजुएशन प्रोवीसो टाउनशिप हाई स्कूल जो कि मैं बोर्ड में स्थित है वहां पूरी की।
चाँद पर कौन कौन गया है | Chand Par Kon Kon Gaya Hai [Video]
Chand Par Kon Kon Gaya Hai (FAQ’s)
Chand Par Kon Kon Gaya Tha | Chand Per Kaun Gaya Hai
आपके सवाल Chand par kon kon gaya tha, chand per kaun gaya hai का जवाब मैं आप ऊपर ही दे चुका हूं मगर मई आपको एक आसान सूची के साथ बता देता हु chand par kon kon gaya hai वैसे तो चाँद पर जाने के कई प्रयास किये गए मगर अब तक केवल 12 लोग ही चाँद पर पहुँच पाए हैं मैं उनके नाम आपको बताने जा रहा हु।
- Neil Armstrong (नील आर्मस्ट्रांग)
- Buzz Aldrin (बज्ज एल्ड्रिन
- Charles Conrad (चार्ल्स कौनराड)
- Alan bean (एलन बीन)
- Alan sheperd (एलन शेपर्ड)
- Edgar mitchell (एडगर मिटचेल)
- David Scott (डेविड स्कॉट)
- James irwin (जेम्स इरविन)
- John young (जॉन यंग)
- Charles duke (चार्ल्स डुके)
- Harrison Schmitt (हैरिसन स्चमित्त)
- Eugene Cernan (यूगेने सरनं)
चाँद पर जाने वाला पहला भारतीय कौन है और chand par kon kon gaya तो सबसे पहले तो हम चाँद पर जाने वाले पहले भारतीय के बारे में जान लेते हैं, तो चाँद पर जाने वाले सबसे पहले भारतीय राकेश शर्मा हैं और chand par kon kon gaya tha इसके बारे में पूर्ण रूप से आपको पहले ही पता चल गया होगा और अगर आप को पढ़कर समझने में कोई भी दिक्कत जाती है तो आप दिए गए वीडियो को भी देख सकते हैं वीडियो में आपको सरल भाषा में समझाया गया है चांद पर कौन कौन गया है।
आपके सवाल चाँद पर उतरने वाले सबसे कम आयु का व्यक्ति कौन है का जवाब है चार्ल्स ड्यूक जो कि 36 साल 201 दिन की उम्र पर चांद पर गए थे, जी हां चार्ल्स जो कि वह व्यक्ति थे जो सबसे कम उम्र में चांद पर गए थे वही देखा जाए सबसे ज्यादा उम्र पर चांद पर जाने वाले व्यक्ति तो बहुत है एलन शेफर्ड जोगी 47 साल 80 दिन की उम्र में चांद पर गए थे।
Chand Par Kon Kon Gaya Hai – निष्कर्ष
तो दोस्तों उम्मीद है हमारे ब्लॉग पोस्ट Chand Par Kon Kon Gaya Hai, चाँद पर कौन कौन गया है से आपकी काफी मदद हुई होगी और आपको अच्छी तरीके से समझ में आ गया होगा Chand Pe Kaun Kaun Gaya हमने आपको सरल भाषा में हिंदी में बहुत ही अच्छे तरीके से समझाने की पूरी कोशिश की है।
अगर आपको समझ में नहीं आता है या आपको पढ़ने में दिक्कत जा रही है तो आप वीडियो को देख सकते हैं वीडियो भी हमने दिया हुआ है अगर आपको किसी और प्रकार की दिक्कत जाती है तो आप कमेंट के जरिए हमें जरूर बताएं और अगर आपको पोस्ट पसंद आता है तो आप वह भी हमें कमेंट के जरिए बताएं इससे हमारे हौसले में वृद्धि होती है और हम ऐसे ही पोस्ट आपके लिए लाते रहेंगे।
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