संज्ञा की परिभाषा (Sangya Ki Paribhasha)– जिस शब्द से किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या भाव का बोध हो उसे संज्ञा कहते हैं जैसे- मनोज, आगरा, ताजमहल, किताब, आगरा आदि।
ऊपर दी गयी संज्ञा की परिभाषा है आइये अब संज्ञा के भेद समझ लेते हैं।
संज्ञा के भेद (Sangya ke Bhed)
संज्ञा के तीन भेद होते हैं-
- व्यक्तिवाचक संज्ञा
- जातिवाचक संज्ञा
- भाववाचक संज्ञा
व्यक्तिवाचक संज्ञा | जातिवाचक संज्ञा | भाववाचक संज्ञा |
उसका नाम राम है | गाय का झुण्ड जा रहा है | वह कितना सुन्दर घर है |
चलो ताजमहल देखने चलते हैं | इस पेड़ पर मधुमक्खियां रहती है | यह व्यक्ति हमेशा खुश रहता है |
लत मंगेश्कर महान गायिका थीं | नदियां अपना रास्ता स्वयं बनती है | अपनी आवाज में मिठास लाओ |
दिल्ली भारत की राजधानी है | घोड़े तेज डरते हैं | हमेशा क्रोध नहीं करते |
व्यक्तिवाचक संज्ञा (Sangya Ki Paribhasha)
जिस शब्द को सुनकर या पढ़कर आपको व्यक्ति स्थान या वस्तु का बोध हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं इसके कुछ उदाहरण-
- राम व्यक्ति का नाम है
- घड़ी वस्तु का नाम है
- टेबल वस्तु का नाम है
- इंदौर स्थान का नाम है स्थान का नाम है किंतु पूरा देश नहीं है इसलिए इसे व्यक्तिवाचक संज्ञा में रखा गया है।
- कोलकाता स्थान का नाम है किंतु पूरा देश नहीं है इसलिए इसे व्यक्तिवाचक संज्ञा में रखा गया है।
जातिवाचक संज्ञा (Sangya Ki Paribhasha)
जो संज्ञा शब्द किसी जाति की सूचना देते हैं उन्हें जातिवाचक संज्ञा कहा जाता है इसके कुछ उदाहरण हैं।
पेड़, नदी, पर्वत, पत्थर आदि।
जातिवाचक संज्ञा के दो भेद होते हैं-
- द्रव्यवाचक संज्ञा
- समूहवाचक संज्ञा
द्रव्यवाचक संज्ञा (Sangya Ki Paribhasha)
जिस संज्ञा शब्द से किसी द्रव पदार्थ सामग्री आदि का बोध होता है उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहा जाता है इसके कुछ उदाहरण नीचे दिए गए हैं-
- पीतल- बर्तन बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाला धातु।
- सोना- आभूषण बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला धातु।
- कपास- कपड़े बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली सामग्री।
- सरसो- भोजन बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाली सामग्री।
- दूध- पेय पदार्थ
- प्लास्टिक- घरेलू सामान बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाली सामग्री।
समूहवाचक संज्ञा (Sangya Ki Paribhasha)
जैसे संज्ञा शब्द को सुनकर किसी एक व्यक्ति का बोध ना हो किंतु पूरे समूह यह समुदाय का बोध होता है उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं।
समूहवाचक संज्ञा के कुछ उदाहरण नीचे दिए गए हैं-
- आर्मी- आर्मी में कई सैनिक होते हैं और आर्मी शब्द का इस्तेमाल सैनिकों के समूह के लिए किया जाता है।
- पुस्तकालय कई पुस्तकों के समूह को पुस्तकालय कहा जाता है।
- मेला- कई व्यक्तियों के समूह को मेला या भीड़ कहा जाता है।
- कक्षा- कई विद्यार्थियों के समूह को कक्षा कहा जाता है।
- दल- अनेक व्यक्तियों के समूह या भीड़ को दल कहा जाता है।
भाववाचक संज्ञा (Sangya Ki Paribhasha)
जिस शब्द से किसी भाव या अवस्था का बोर होता है जैसे ईमानदारी, बेईमानी, गुण, अवगुण, धर्म और अधर्म आदि जैसे शब्दों को भाववाचक संज्ञा में लिया जाता है। इसके कुछ उदाहरण नीचे दिए गए हैं।
- अमीर- किसी व्यक्ति की अवस्था का बोथ हो रहा है।
- गरीब- इस संज्ञा शब्द से किसी व्यक्ति की अवस्था का बोध हो रहा है।
- ईमानदारी इस शब्द से किसी व्यक्ति के व्यवहार का बोध हो रहा है।
- खुशी- खुशी एक भाव और अवस्था को दर्शाती है।
- क्रोध- यह संज्ञा शब्द किसी व्यक्ति के भाव को दर्शाता है।
- करुणा- या एक भाव है जो कुछ व्यक्ति में और पशु में होता है
संज्ञा (Sangya In Hindi)
संज्ञा- किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या प्राणी के नाम को संज्ञा कहते हैं यदि आप किसी भी वाक्य को पढ़ते या बोलते है और उसमे आप किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु के नाम का प्रयोग करते है तो वह संज्ञा का प्रयोग होता है।
पद- संज्ञा एक पद का भेद है जैसे कि आपको पता होगा व्याकरण में 5 पद होते हैं जिनमें से एक संज्ञा है। किसी भी सार्थक वर्ण के समूह को शब्द कहा जाता है, लेकिन जब उसका प्रयोग वाक्य में होता है तब व्याकरण के नियमों के अनुसार इसका रूप बदल दिया जाता है, कोई शब्द अगर वाक्य में प्रयुक्त होता है तो उसे पद कहा जाता है।
पद कितने प्रकार के होते हैं
हिंदी व्याकरण में पद के पांच प्रकार हैं-
- संज्ञा
- सर्वनाम
- क्रिया
- विशेषण
- अव्यय
आइए संज्ञा पद को उदाहरण के साथ समझते हैं-
- राम काम पर जाता है
- कल मैं कोलकाता जाऊंगा
- यह घड़ी खराब हो गई है
- गाय को रोटी देदो
- घर पर मेहमान आए है
- यह दुकानदार ईमानदारी से सौदा देता है
- इसकी लंबाई अच्छी है
दिए गए वाक्यों में संज्ञा-
- राम एक व्यक्ति का नाम है
- कोलकाता एक जगह का नाम है
- घड़ी एक वस्तु का नाम है
- गाय एक पशु का नाम है
- घर एक वस्तु का नाम है
- ईमानदारी एक भाव का नाम है
- लंबाई एक भाव का नाम है
संज्ञा पद का उम्योग नाम के लिए होता है।
संज्ञा की पहचान
संज्ञा की पहचान- संज्ञा को दिए गए उदाहरणों से पहचाना जाता है।
कुछ शब्द प्राणी या जीवित चीज को दर्शाते है उन्हे प्राणी वाचक कहा जाता हैं और वही कुछ शब्द आजीवन वस्तुओं को दर्शाते हैं उन्हें आप्राणी वाचक शब्द कहा जाता है।
- प्राणि वाचक शब्द- आदमी, सुरेश, गाय, पक्षी आदि
- आप्राणी वाचक शब्द- घड़ी, टेबल, घर, कार आदि
इसे साथ कुछ शब्दों को गिन सकते हैं और कुछ शब्दों को नहीं गिन सकते-
- गणनीय- घर, सेब, रोटी इन सब को गिना जा सकता है इसलिए यह गणनीय हैं।
- अगणनीय- हवा, पानी, दूध इन में से किसी को भी गिना नही जा सकता इसीलिए ये अगणनीय हैं।
संज्ञा की पहचान के उदाहरण
जैसा कि हमे पहले पढ़ा था संज्ञा शब्दों में कुछ प्राणि वाचक शब्द और आप्राणी वाचक शब्द होते हैं इसके साथ साथ गणनीय और अगणनीय संज्ञा शब्द भी होते हैं।
प्राणि वाचक संज्ञा
प्राणी वाचक संज्ञा शब्द होते हैं जिन्हें सुनकर किसी जीवित व्यक्ति या प्राणी का बोध होता है उसे प्राणी वाचक संज्ञा शब्द कहते हैं जैसे-
- आदमी
- औरत
- गाय
- भैंस
- चिड़िया
- शेर
ऊपर दिए गए सभी शब्द प्राणी वाचक संज्ञा शब्द हैं आप इन्हें पढ़कर समझ सकते हैं प्राणी वाचक संज्ञा शब्द किसे कहते हैं।
आप्राणि वाचक संज्ञा
आप्राणि वाचक संज्ञा शब्द वह शब्द होते हैं जिन्हें सुनकर किसी वस्तु का बोध होता है अर्थात अजीत वस्तु का बोध होता है उसे आप्राणी वाचक संज्ञा शब्द कहते हैं जैसे-
- कर
- टेबल
- रोटी
- पंखा
- कूलर
- घर
- सेब
ऊपर दिए गए सभी आप्राणि वाचक संज्ञा शब्द है।
गणनीय संज्ञा शब्द
गणनीय संज्ञा शब्द उस वस्तु के नाम को या व्यक्ति के नाम को कहा जाता है जिसे गिना जा सकता है जैसे-
- लड़की
- आदमी
- औरत
- सेब
- भैंस
- घर
अगणनीय संज्ञा शब्द
अगणनीय संज्ञा शब्द उस व्यक्ति के नाम को या वस्तु के नाम को कहा जाता है जिसे गेना ना जा सके जैसी-
- पानी
- शहद
- ईमानदारी
- दुख
- दूध
FAQs – Sangya Ki Paribhasha
Sangya Ki Paribhasha– जिस शब्द से किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या भाव का बोध हो उसे संज्ञा कहते हैं जैसे- मनोज, आगरा, ताजमहल, किताब, आगरा आदि।
किस व्यक्ति, स्थान और वस्तु का बोध कराने वाले शब्द को संज्ञा कहते हैं। संज्ञा तीन प्रकार की होती है-
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा
2. जातिवाचक संज्ञा
3. भाववाचक संज्ञा
संज्ञा की परिभाषा– किस व्यक्ति, वस्तु, स्थान का बोध करने वाले शब्दों को संज्ञा कहते है।
संज्ञा तीन प्रकार की होती है-
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा
example- राम व्यक्ति का नाम है
2. जातिवाचक संज्ञा
example- कई व्यक्तियों के समूह को मेला या भीड़ कहा जाता है।
3. भाववाचक संज्ञा
example- वह कितना सुन्दर फूल है
निष्कर्ष – Sangya Ki Paribhasha
तो दोस्तों उम्मीद है आपको Sangya Ki Paribhasha (संज्ञा की परिभाषा), संज्ञा क्या है sangya in hindi के बारे में अच्छे से समझ आ गया होगा अगर आपको हमारे लेख में किसी भी प्रकार की कमी या गलती मिलती है तो आप हमें कमेंट के जरिये बता सकते हैं।
उम्मीद है आपको यह पोस्ट बहुत पसंद आया होगा अगर आपको sangya ki paribhasha अच्छे से समझ आई हो तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताय इससे हमें आगे भी अच्छे पोस्ट लिखने का मोटिवेशन मिलता है।
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